On Sunday 14th July 2019
सिविल सेवा परीक्षा में सफलता कई युवाओं के लिए एक सपना है; लेकिन, अधिकांश उम्मीदवार "सफल होने के अवसर" को देखते हैं और कम सफलता प्रतिशत सबसे महत्वपूर्ण कारक बन जाता है जिस वजह से कई प्रतिभाशाली उम्मीदवार सिविल सेवा परीक्षा में अपने सपनों को त्याग ही देते हैं और कोई नया कैरियर खोज अपने लिए अलग राह चुन लेते हैं.
यह पूर्णतः आपके बारे में है और अपने प्रयासों को आप किस प्रकार देखते हैं.
मैं समझता हूँ कि सिविल सेवा परीक्षा में शामिल होने को इच्छुक उम्मीदवारों को तीन व्यापक श्रेणियां में विभाजित किया जा सकता है.
On Saturday 15th June 2019
प्रारंभिक परीक्षा कई उम्मीदवारों के लिए एक पथ-रोधक साबित हो रही है, यदि आप इस बात से सहमत नहीं हैं तो हाल के प्रारंभिक परीक्षा 2019 में शामिल हुए किसी उम्मीदवार से बात करके देखें.
नये कलेवर वाली प्रारंभिक परीक्षा की सरल और सीधी प्रकृति के साथ अधिकाधिक उम्मीदवारों को अंक प्राप्त करने का मौका मिलता है जो इसे कठिन प्रतिस्पर्धा बनाता है. इसी प्रतिस्पर्धा के अलावा हाल के वर्षों में आयी रिक्तियों में कमी, आपेक्षाकृत कठिन प्रतीत होते प्रश्न-पत्र के परिणामस्वरूप कट-ऑफ में वर्ष-दर-वर्ष उतार-चढ़ाव देखने में आ रहा है और संभवतः इन सब का असर प्रारंभिक परीक्षा परिणाम में यह स्पष्ट दिख रहा है.
On Saturday 4th May 2019
अपने पिता से मिली प्रेरणा ने गुंजन द्विवेदी के लिए कैरियर चुनने की राह आसान कर दी. गुंजन के पिता एक सेवानिवृत्त IPS अधिकारी हैं और वह बचपन से ही उनके रोल मॉडल भी रहे हैं.
गुंजन को यह सफलता तीसरे प्रयास में मिली. इससे पहले अपने दोनों प्रयासों में सही रणनीति नहीं मिल पाने के कारण असफलता का सामना करना पड़ा. इस बार उनके एक मित्र की एक बहुमूल्य सलाह कारगर रही जिसने उन्हें प्रारंभिक परीक्षा की योजना बनाने में मदद की और पहला चरण पार कर गुंजन ने पीछे मुड़कर नहीं देखा और सिविल सेवा परीक्षा 2018 में 9वीं रैंक हासिल की.
उनका वैकल्पिक विषय राजनीति विज्ञान और अंतर्राष्ट्रीय संबंध रहा.
On Monday 22nd April 2019
जम्मू (जम्मू और कश्मीर) की डॉ. रेहाना बशीर ने SKIMS, श्रीनगर से MBBS करने के बाद सिविल सेवा परीक्षा 2018 में शानदार सफलता हासिल की और जम्मू और कश्मीर के युवाओं, खासकर लड़कियों में बड़ी सफलता के प्रति विश्वास जगाया है.
रेहाना का यह दूसरा प्रयास था. पहले प्रयास (CSE 2017) में वह प्रारंभिक परीक्षा को पास नहीं कर सकी थी.
रेहाना ने अपने विषय - मेडिकल साइंस को वैकल्पिक विषय के रूप में रखा.
On Sunday 21st April 2019
उदयपुर (राजस्थान) के सांवर गाँव के अतिराग चपलोत ने अपनी स्कूली शिक्षा फतहनगर और उदयपुर से की और स्नातक की पढ़ाई मुंबई विश्वविद्यालय से की.
एक अर्हता प्राप्त चार्टर्ड एकाउंटेंट, अतिराग कम उम्र में ही सिविल सेवा की ओर मोहित हो गए और उन्हें विश्वास था कि वह ऐसा कर सकते हैं. उन्होंने अपना लक्ष्य को पूरा करने के लिए तीन प्रयास लिए.
उन्होंने लगातार असफलता के कारण उत्पन्न व्यथा के बावजूद अपने लिए राह साफ करने की ताकत दिखाई और अपनी पिछले प्रयास में की गलतियों से सीखते हुए ऊपर उठने का कार्य किया.
सी.ए. बैकग्राउंड से होने के कारण, अतिराग ने वैकल्पिक विषय के रूप में कॉमर्स और अकाउंटेंसी को विकल्प के रूप में चुना.
On Saturday 20th April 2019
अलवर, राजस्थान के डॉ. मयंक गुप्ता की सिविल सेवा परीक्षा में शानदार सफलता उनकी कड़ी मेहनत और धैर्य का पुरस्कार है. उन्होंने इस प्रयास में 177 वीं रैंक हासिल की.
इसके लिए हालांकि उन्हें थोड़ी लम्बा इंतजार करना पड़ा क्योंकि यह सफलता उन्हें अपने पांचवें प्रयास में प्राप्त हुई.
परीक्षा लेखन के लिए उनका माध्यम अंग्रेजी रहा परन्तु, साक्षात्कार के लिए मयंक ने हिन्दी भाषा को चुना.
उन्होंने वैकल्पिक विषय के रूप में अपना विषय चिकित्सा विज्ञान चुना था.
On Monday 15th April 2019
सिविल सेवा परीक्षा में हिन्दी माध्यम के उम्मीदवारों को सही और गलत में फर्क करना ही होगा.
सबसे आसान काम है कि किसी अन्य को दोष दे आप अपने को पाक-साफ साबित करने की कोशिश करने लगें और आधारभूत बातों को नज़रआंदाज कर अपने आप में बदलाव लाने की ज़रूरत को भूल जाओ.
जब प्रतियोगिता शुरू होने से पहले ही हिन्दी माध्यम के उम्मीदवार अपने को अंग्रेजी पृष्ठभूमि के उम्मीदवारों से कमजोर समझते हैं तो आप बड़ी सफलता की आशा कैसे कर सकते हैं ?
सिविल सेवा परीक्षा में उच्च सफलता के लिए आपको चाहिये एक संतुलित तैयारी के साथ सिविल सेवा परीक्षा का सामना करने के लिए मानसिक तत्परता.
On Tuesday 2nd April 2019
सही वैकल्पिक विषय का चुनाव एक बड़ी चुनौती है और इसे सीधे शब्दों में कहें तो उपयुक्त वैकल्पिक विषय चुनने के लिए सही चयन-प्रक्रिया के साथ एक तर्कसंगत निर्णयन आवश्यक है.
आज के बदलते परिदृश्य में कई उम्मीदवार वैकल्पिक विषय के रूप में अपने विषय (जो पहले अध्ययन किए गए विषयों में से एक) को चुनने के लिए प्राथमिकता दिखा रहे हैं; वहीं, अभी भी अधिकांश उम्मीदवार एक रणनीतिक कदम के रूप में अपने विषय को छोड़ कोई लोकप्रिय विषय चुन अपने अभियान को आगे बढ़ाते है.
सिविल सेवा (मुख्य) परीक्षा के लिए उपलब्ध सबसे लोकप्रिय वैकल्पिक विषयों में से एक लोक प्रशासन एक बार फिर से उम्मीदवारों के बीच रुचि उत्पन्न करने में सक्षम है और जैसा कि रुझान पुनरुद्धार के संकेत दे रहे हैं; अगर आगामी परिणाम पक्ष में आते हैं तो लोक प्रशासन खोए हुए गौरव को पुनः प्राप्त करने के लिए तैयार लगता है.
On Sunday 31st March 2019
समय आ गया है जब जल्द ही कई भाग्यशाली युवा अपनी सफलता को अपने शब्दों में परिभाषित करेंगे.
जी हां, सिविल सेवा परीक्षा 2018 का अंतिम परिणाम जल्द ही आने की उम्मीद है. कई युवाओं के लिए निश्चित रूप से कुछ आश्चर्यजनक होने वाला है जो पलक झपकते इन सफल उम्मीदवारों के जीवन को बदल देगा.
कुछ उम्मीदवार अपने पहले ही प्रयास में सफलता हासिल करने में सफल रहेंगे. ऐसे उम्मीदवार जिनके लिए पिछले प्रयासों में असफलता हाथ लगी; वे इस प्रयास में जो उन्हें लक्ष्य प्राप्त करने में मदद करेगी, अपनी सफलता को एक अच्छी तरह से लिए गये प्रयास के रूप में देखेंगे.
आशा है कि आप सभी ने अपनी तैयारी-यात्रा का भरपूर आनंद लिया है - एक यात्रा उत्कृष्टता की ओर.
On Sunday 3rd March 2019
सिविल सेवा परीक्षा हेतु किसी भी उमामीदवार के लिए वैकल्पिक विषय चयन एक बड़ा निर्णय है और सभी इसके महत्व को समझते भी हैं क्योंकि वैकल्पिक विषयों में प्राप्तांकों का आपके अंतिम परिणाम में असर स्पष्ट दिखता है.
सिविल सेवा (मुख्य) परीक्षा 2013, 2014 और 2015 में वैकल्पिक विषयों के प्रदर्शन से संबंधित प्रामाणिक आंकड़ों के साथ, उम्मीदवारों को प्रत्येक वैकल्पिक विषय के प्रदर्शन और उनकी सफलता-दर के बारे में सही तस्वीर पता चल सकती है.
(साभार-संघ लोक सेवा आयोग की 67वीं वार्षिक रिर्पोट)
On Sunday 17th February 2019
प्रारंभिक परीक्षा, एक वस्तुनिष्ठ परीक्षण है जिसका सामना करना एक कला है और इसके लिये आवश्यक है कि तैयारी का स्तर ऐसा होना चाहिये जो प्रतियोगिता परीक्षा के मानकों से मेल खाता हो.
इसके अलावा, प्रारंभिक परीक्षा का आत्मविश्वास के साथ सामना करने के लिए परीक्षा संबंधी-तकनीक सीखना समझदारी है.
प्रारंभिक परीक्षा की सटीक तैयारी हेतु कुछ मॉक-टेस्ट द्वारा अपनी तैयारियों का मूल्यांकन अवश्य करें ताकि यदि कोई कमी सामने आये तो समय रहते उसका समाधान किया सके.
On Sunday 17th February 2019
सिविल सेवा परीक्षा 2019 में उपस्थित होने की योजना बनाने वाले सभी लोगों के लिए, पहला चरण प्रारंभिक परीक्षा सामने ही है और आपका लक्ष्य प्रीलिम्स को क्रैक करना है ताकि स्वप्निल गंतव्य आई.ए.एस. की ओर आपकी यात्रा जारी रहे.
2 जून, 2019 वह निश्चित तिथि है जब आप प्रिलिम्स का आत्मविश्वास से सामना करने के लिए तैयार होंगे. मैं यह मानता हूँ और उम्मीद है कि आप सभी की तैयारी लक्ष्य पर होगी.